Thursday 15 December 2016

'नोटबन्दी' के विभिन्न पहलुओं पर आकाशवाणी में चर्चा - Discussion at All India Radio, Delhi Centre with Dr. Vinod Babbar ji, Madam Shruti Puri

by on 08:13


आकाशवाणी के राजधानी चैनल पर 4 दिसम्बर की सुबह 7 बजे, पूरे भारत में प्रसारित होने वाले कार्यक्रम ब्रज माधुरी में 'नोटबन्दी' के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा में डॉ. विनोद बब्बर 'जी' के साथ मिथिलेश कुमार सिंह।
कार्यक्रम का संचालन मैडम श्रुति पुरी ने किया, जिसमें आकाशवाणी के मदन भैया भी सम्मिलित रहे।
4 दिसंबर 2016 की सुबह 6.55 पर संस्कृत समाचारों के तुरंत बाद आप इस परिचर्चा को सुन सकते हैं। 
(मीडियम वेव = 450.5 मीटर, यानि 666 किलोहर्ट्ज़ पर )
सार्थक संवाद के लिए टीम आकाशवाणी को हार्दिक साधुवाद...

कार्यक्रम में शामिल किये गए मुद्दे:
  1. नोटबंदी से उत्पन्न परेशानी कब तक रहने वाली है?
  2. नोटबंदी से भारत की वैश्विक स्थिति पर क्या फर्क पड़ा है?
  3. 'कैशलेश इकॉनमी' से आखिर कस्बाई और ग्रामीण भारत किस प्रकार और कब तक जुड़ सकेगा?
  4. 'काला धन और जन-धन' अकाउंट से सम्बंधित प्रश्न ... जो सीधे तौर पर आम आदमी के सरोकारों से जुड़े हुए हैं.
  5. और भी बहुत कुछ...
Discussion at All India Radio, Delhi Centre with Dr. Vinod Babbar ji, Madam Shruti Puri

Discussion at All India Radio, Delhi Centre with Dr. Vinod Babbar ji, Madam Shruti Puri


- मिथिलेश कुमार सिंह, नई दिल्ली.




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Friday 29 January 2016

रात के बाद दिन - Hindi poem on success, failure

by on 09:49
'चिराग' उन्हें फीका लगा होगा 
हमने जो 'दीपक' जलाया अभी

खुशियाँ भी कुछ कम लगी होंगी
खुल के हम जो 'मुसकराये' अभी

गफ़लत में थे देख परतें 'उदास'
आह भर भर के वो पछताए अभी

कद्र कर लेते रिश्ते की थोड़े दिनों
जब फंसे थे मुसीबत में हम कभी 

तब उड़ाई हंसी ज़ोर से हर जगह
मानो दिन न फिरेंगे हमारे कभी 

ऐसा भी न था जानते कुछ न 'वो'
रात के बाद दिन जग की रीत यही 

- मिथिलेश 'अनभिज्ञ'
Hindi poem on success, failure, day night, mithilesh, poet

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