दावा ध्वस्त विकास का, फेल हुआ सब ज्ञान |
अहं छोड़ के 'श्रेष्ठ' का, जन मन को दे सम्मान ||
जन मन को दे सम्मान, काम कर के दिखलाओ |
जाति- धर्म के नाम पर, अब ना बहकाओ ||
नीति, विदेश, निवेश, नहीं दो झूठा नारा |
विपक्ष मिला तुमको, यही 'अनभिज्ञ' का दावा ||
-मिथिलेश 'अनभिज्ञ'
Delhi Election Result Poem by Mithilesh
No comments:
Post a Comment