हे युगपुरुष! तुमको नमन
सींचा है तुमने नव चमन
दिया तंत्र सच में लोक को
जन जन के तुम आलोक हो
सद्भावना के कर्म फल
अनेकता में भी सफल
समरसता के प्रयत्न हो
तुम सच में 'भारत रत्न' हो
मिथिलेश कुमार सिंह, उत्तम नगर, नई दिल्ली.
Poem on Atal Bihari Bajpayee, in Hindi by Mithilesh
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