Friday 19 December 2014

स्कूल जाते एक बच्चे की भावना - Poem on child feeling at Terrorism

ना डरें हैं, ना डरेंगे
तुम जो भी कर लो
आतंक से लड़ते रहेंगे
बंदूकें अपनी पूरी भर लो


 

ना समझो हमको छोटी जान
वतन हमारा हिन्दुस्तान
नामो निशां मिटायेंगे
होने दो हमको तुम जवान


-मिथिलेश कुमार सिंह, उत्तम नगर, नई दिल्ली.


 

Children-feeling-at-Peshawar-attack-poem-by-Mithilesh

Poem on child feeling at Terrorism

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